Crop Diversification Project

We are working in Narmadapuram, Narsinghpur, Agar Malwa and Neemuch districts for promoting crop diversification. The project involves replacing wheat and paddy crops with oilseeds (mustard and sesame) and medicinal crops (Ashwagandha, white Musli, Methi and small pepper). It also includes providing advice on agricultural practices and buyback of the produce. The eligible farmers for this scheme will be those whose Khasra number has been recorded with wheat or paddy crops in the last three years during the girdawari (crop survey). The scheme aims to cover 5,800 farmers and an area of 1,560 hectares.

फसल विविधीकरण को बढ़ावा देने के लिए नर्मदापुरम, नरसिंहपुर, आगर मालवा और नीमच जिलों में हम काम कर रहे हैं। इस परियोजना में गेहूं और धान की फसलों के स्थान पर तिलहन (सरसों और तिल) और औषधीय फसलों (अश्वगंधा, सफेद मूसली, मेथी और छोटी मिर्च) को शामिल करना शामिल है। इसमें कृषि पद्धतियों और उपज की पुनर्खरीद पर सलाह देना भी शामिल है। इस योजना के लिए पात्र किसान वही होंगे जिनका खसरा नंबर पिछले तीन वर्षों में गेहूं या धान की फसल की गिरदावरी (फसल सर्वेक्षण) के दौरान दर्ज किया गया हो। इस कार्य के अंतर्गत 5,800 किसानों और 1,560 हेक्टेयर क्षेत्र को आच्छादित किया जाना है।